Join WhatsApp GroupJoin Now
Join Telegram GroupJoin Now
Youtube ChannelSubscribe Now

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF

Join WhatsApp GroupJoin Now
Join Telegram GroupJoin Now
Youtube ChannelSubscribe Now

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF ( संस्कृत व्याकरण अव्यय ) : दोस्तो आज इस पोस्ट मे संस्कृत व्याकरण (Sanskrit Grammar) के अव्यय  टॉपिक का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे । यह पोस्ट सभी शिक्षक भर्ती परीक्षा व्याख्याता (School Lecturer), द्वितीय श्रेणी अध्यापक (2nd Grade Teacher), REET 2021, RPSC, RBSE REET, School Lecturer, Sr. Teacher, TGT PGT Teacher, 3rd Grade Teacher आदि परीक्षाओ के लिए महत्त्वपूर्ण है । अगर पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे ।

RBSE REET 2021 : Important Links
RBSE REET 2021 NotificationClick Here
RBSE REET 2021 SyllabusClick Here
RBSE REET 2021 Admit CardClick Here
RBSE REET Question PapersClick Here
RBSE REET Answer KeyClick Here
RBSE REET Study MaterialsClick Here
REET 2021 Telegram GroupClick Here

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF ( संस्कृत व्याकरण अव्यय )

संस्कृत भाषा में शब्द के दो प्रकार हैं- विकारी और अविकारी। जो शब्द विभक्ति-प्रत्यय-उपसर्ग से मिलकर रूप परिवर्तन करते हैं वे ‘विकारी’ इस शब्द से निर्देशित किये जाते हैं। अविकारी तो कभी भी रूप परिवर्तन नहीं करते हैं। ये अव्यय शब्द कहे जाते हैं। अर्थात् इन शब्दों में लिङ्ग, वचन, कारक आदि के सम्बन्ध से रूप परिवर्तन नहीं होता है, वे अव्यय पद हैं।

अव्ययों के अन्त में आये हुए ‘र’ और ‘स्’ वर्गों के स्थान पर विसर्ग प्रयुक्त किया जाता है ।

अव्ययों के दो प्रकार हैं-

  1. पहला अधिकार रूढम् अथवा अव्युत्पन्नम् है। जैसे- च, वा, विना, पृथगादीनि धातु से अव्युत्पन्न हैं।
  2. दूसरा अधिकार यौगिक अथवा व्युत्पन्न है। पठितुम् आदि धातु से व्युत्पन्न कृदन्त अव्यय हैं।

तद्धित अव्ययों के भेद

  • विभक्ति बोधकानि – कुतः, ग्रामतः, कुत्र अत्रादीनि ।
  • कालबोधकानि – यदा, कदा, सर्वदादीनि ।
  • प्रकोरबोधकानि – यथा, तथा, कथम्, इत्थम्, द्वेधादीनि।
  • विविधानि – अनेकशः पञ्चत्व आदीनि ।

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF ( संस्कृत व्याकरण अव्यय )

1. कालवाचक अव्यय एवं उनके उदाहरण भेद एवं अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.यदाजब
2.तदातब
3.कदाकब
4.सदा / सर्वदाहमेशा
5.अधुनाअब / आजकल
6.इदानीमइस समय
7.सम्प्रतिअब
8.साम्प्रतम्इन दिनों
9.अद्यआज
10.ह्य:बीता कल
11.स्व:आनेवाला कल
12.ऐसम्इस साल
13.परुत्परसाल(Last Year)
14.सायम्संध्या के समय / शाम को / शाम में
15.प्रात:सुबह
16.शीघ्रम्जल्द ही
17.दिवादिन में
18.नक्तम्रात में
19.परश्व:परसों
20.बहुधाअक्सर
21.संभवत:शायद
22.चिरम् / चिरात् / चिरेण / चिराय / चिरस्यदेर से
23.एकदाएक बार / एक दिन
24.कदाचित्कभी

2. स्थान वाचक अव्यय एवं उनके उदाहरण भेद एवं अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.यत्रयहां
2.तत्रवहाँ (there)
3.कुत्र / क्वकहाँ
4.अत्रयहाँ
5.सर्वत्रसब जगह
6.अन्त:भीतर
7.बहि:बाहर
8.अंतरामध्य
9.उच्चैजोर से
10.नीचै: / अध:नीचे
11.समया /
निकषा / पार्श्वे
नजदीक
12.अन्यत्रदूसरी जगह
13.आरात्पास या दूर
14.तत:वहाँ से
15.इतस्तत:इधर – उधर
16.अभित:सामने
17.अग्रे / पुरत:आगे
18.परित:चारो ओर

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF ( संस्कृत व्याकरण अव्यय )

3. रीति वाचक अव्यय एवं उनके उदाहरण भेद एवं अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.शनै:धीरे
2.पुन:/
भूय:/ मुहु:
फ़िर
3.यथाजैसे
4.तथावैसे
5.सहसा /
अकस्मात्
अचानक
6.सम्यक्ठीक से
7.असक्रतबार-बार
8.कथञ्चित् /
कथञ्चन
किसी प्रकार
9.अजस्रम्लगातार
10.इत्यम्इस प्रकार
11.एवम्इस प्रकार

4. परिमाण वाचक अव्यय एवं उनके उदाहरण भेद एवं अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.किञ्चित्थोडा
2.यावत्जितना
3.तावत्उतना
4.न्यूनतम्थोडा
5.प्रकामम्अधिक
6.सामिआधा-आधी
7.नानाअनेक
8.ईषत्थोडा / कुछ
9.अलम्पर्याप्त / बेकार
10.केवलम्केवल
11.क्रतम्वस / काफी
12.भ्रशम्अधिकाधिक

5. प्रश्न वाचक अव्यय एवं उनके उदाहरण भेद एवं अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.कदाकब
2.अथ् किम्हाँ तो क्या
3.किमर्थम्किसलिये
4.क्व / कुत्रकहाँ
5.कुत:कहाँ से
6.कथम्क्यों
7.किम्क्या

2. समुच्चयबोधक अव्यय (Conjunction)

समुच्चयवोधक अव्यय वे शब्द होते हैं जो अव्यय शब्द, पदों या वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं।

कुछ समुच्चयबोधक अव्यय एवं उनके अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.च / तथाऔर
2.हि /यत:क्योंकि
3.वा / अथवाया
4.यत्कि
5.अपिभी
6.अत:इसलिए
7.तुतो
8.यदि / चेत्अगर
9.तदातो
10.परम् / परन्तु / किन्तुलेकिन
11.यद्यपिहालाँकि
12.तथापिफिर भी
13.अपितुबल्कि
14.अन्यथानहीं तो
15.किंवाअथवा
16.अपरञ्चऔर भी
17.तर्हितो

Sanskrit Vyakaran Avyay PDF ( संस्कृत व्याकरण अव्यय )

3. संबन्धबोधक अव्यय (Preposition)

संबन्धबोधक अव्यय वे शब्द होते हैं जो वाक्य के अन्तर्गत संबन्ध भाव को दर्शाते हैं।

कुछ संबन्धबोधक अव्यय एवं उनके अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.यावत्जतक
2.तावत्तबतक
3.पर्यन्तम्पर्याप्त तक
4.अन्तरा / बिनाबिना (without)
5.यथा-यथाजैसे-जैसे
6.तथा-तथावैसे-वैसे
7.प्रत्युत्उल्टे
8.युगपत्एक साथ
9.समन्तात्चारो ओर से

4. विस्मयाधिबोधक अव्यय (Interjection)

विस्मयाधिबोधक अव्यय वे शब्द होते हैं जो वाक्य में विस्मय, निराशा, घ्रणा, आदर, सुख-दुख, हर्ष-विषाद आदि भावो को दर्शाते हैं।

कुछ विस्मयाधिबोधक अव्यय एवं उनके अर्थ

#अव्ययअर्थ
1.हा, हा-हा, अहहअवसादसूचक
2.अहो, बत्निराशा और आश्चर्यसूचक
3.अरे, रे, रे-रेअनादर या सामान्य सूचक संबोधन
4.हा, हन्त, धिक्घ्रणाबोधक
5.साधु, अतीव शोभनम्वाह / बहुत अच्छा


क्र.सं.विषय-सूचीDownload PDF
1वर्ण विचार व उच्चारण स्थानClick Here
2संधि – विच्छेदClick Here
3समासClick Here
4कारक एवं विभक्तिClick Here
5प्रत्ययClick Here
6उपसर्गClick Here
7शब्द रूपClick Here
8धातु रूपClick Here
9सर्वनामClick Here
10विशेषण – विशेष्यClick Here
11संख्या ज्ञानम्Click Here
12अव्ययClick Here
13लकारClick Here
14माहेश्वर सूत्रClick Here
15समय ज्ञानम्Click Here
16विलोम शब्दClick Here
17संस्कृत सूक्तयClick Here
18छन्दClick Here
19वाच्यClick Here
20अशुद्धि संषोधनClick Here
21संस्कृत अनुवादClick Here
22संस्कृत शिक्षण विधियांClick Here
23Download Full PDFClick Here

“दोस्तों यदि आपको हमारे द्वारा उपलब्ध करवाई गई पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करना ।। ये पोस्ट आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताए। ।।। धन्यवाद”

 

Leave a Comment

error: Content is protected !!