Sanskrit Vyakaran Samay Gyanam PDF
Sanskrit Vyakaran Samay Gyanam PDF ( संस्कृत व्याकरण समय ज्ञानम ) : दोस्तो आज इस पोस्ट मे संस्कृत व्याकरण (Sanskrit Grammar) के समय ज्ञानम टॉपिक का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे । यह पोस्ट सभी शिक्षक भर्ती परीक्षा व्याख्याता (School Lecturer), द्वितीय श्रेणी अध्यापक (2nd Grade Teacher), REET 2021, RPSC, RBSE REET, School Lecturer, Sr. Teacher, TGT PGT Teacher, 3rd Grade Teacher आदि परीक्षाओ के लिए महत्त्वपूर्ण है । अगर पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे ।
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Sanskrit Vyakaran Samay Gyanam PDF ( संस्कृत व्याकरण समय ज्ञानम )
- सामान्य (पूर्ण) – जब घड़ी की बड़ी सुई 12 अंक पर हो तथा छोटी किसी भी अंक पर हो तो जिस पर छोटी सुई है, उतने पूर्ण बजते हैं । जैसे – बड़ी सुई 12 पर तथा छोटी सुई 4 पर हैं तो पूरे चार बजेंगे ।
बजे के लिए संस्कृत में ‘वादनम्’ शब्द का प्रयोग करते हैं । यथा-
- एकवादनम् (एक बजे),
- द्विवादनम् (दो बजे),
- त्रिवादनम् (तीन बजे),
- चतुर्वादनम् (चार बजे),
- पञ्चवादनम् (पाँच बजे),
- षड्वादनम् (छः बजे),
- सप्तवादनम् (सात बजे),
- अष्टवादनम् (आठ बजे),
- नववादनम् (नौ बजे),
- दशवादनम् (दस बजे),
- एकादशवादनम् (ग्यारह बजे),
- द्वादशवादनम् (बारह बजे)।
- सपाद (सवा) – जब घड़ी की बड़ी सुई तीन पर हो तथा छोटी सुई किसी भी अंक से थोड़ी आगे हो, तो उस अंक के सवा बजते हैं । जैसे- सवा बजे (संपादैकवादनम्), सवा दो बजे (सपादद्विवादनम्) ।
‘सवा’ के लिए सपाद तथा “बजे’ के लिए ‘वादनम्’ का प्रयोग है । यथा –
- सपादेकवादनम् (सवा बजे)
- सपादद्विवादनम् (सवा दो बजे)
- सपादत्रिवादनम् (सवा तीन बजे)
- सपादचतुर्वादनम् (सवा चार बजे)
- सपादपञ्चवादनम् (सवा पाँच बजे)
- सपादषड्वादनम् (सवा छः बजे)
- सपादसप्तवादनम् (सवा सात बजे)
- सपादअष्टवादनम् (सवा आठ बजे)
- सपादनववादनम् (सवा नौ बजे)
- सपाददशवादनम् (सवा दस बजे)
- सपादएकादशवादनम् (सवा ग्यारह बजे)
- सपादद्वादशवादनम् (सवा बारह बजे)
Sanskrit Vyakaran Samay Gyanam PDF ( संस्कृत व्याकरण समय ज्ञानम )
- सार्ध (साढे) – जब घड़ी की बड़ी सुई 6 (छ:) पर होती है तथा छोटी सुई किन्हीं दो अंकों के ठीक बीच में हो, तो पूर्ववाले अंक के साढ़े’ बजते हैं । यदि छोटी सुई 3 और 4 के ठीक बीच में हो तो साढ़े तीन बजेंगे ।
‘साढ़े’ के लिए ‘सार्ध’ तथा बजे के लिए ‘वादनम्’ का प्रयोग करते हैं ।
- सार्धेकवादनम् (डेढ़)
- सार्धद्विवादनम् (ढाई)
- सार्धत्रिवादनम् (साढे तीन बजे)
- सार्धचतुर्वादनम् (साढे चार बजे)
- सार्धपञ्चवादनम् (साढे पाँच बजे)
- सार्धषड्वादनम् (साढे छः बजे)
- सार्धसप्तवादनम् (साढे सात बजे)
- सार्धअष्टवादनम् (साढे आठ बजे)
- सार्धनववादनम् (साढे नौ बजे)
- सार्धदशवादनम् (साढे दस बजे)
- सार्धएकादशवादनम् (साढे ग्यारह बजे)
- सार्धद्वादशवादनम् (साढे बारह बजे)
- पादोन (पौन) – जब पूर्णांक में एक-चौथाई भाग कम होता है, तो उसे ‘पौन’ कहते हैं । घड़ी में जब मिनट की बड़ी सुई 9 अंक पर होती है तब वह 45 मिनट को प्रदर्शित करती है तो हम कहते हैं कि पौने दो, पौने चार, पौने छह, पौने नौ आदि बजे हैं । संस्कृत में इसी ‘पौने’ को ‘पादोन’ कहते हैं । 12:45 को ‘पौन’ कहते हैं, ‘पौने एक’ नहीं ।
‘पौन’ के लिए ‘पादोन’ तथा बजे के लिए ‘वादनम्’ का प्रयोग करते हैं ।
- पादोनेकवादनम् (पौने बजे)
- पादोनद्विवादनम् (पौने दो बजे)
- पादोनत्रिवादनम् (पौने तीन बजे)
- पादोनचतुर्वादनम् (पौने चार बजे)
- पादोनपञ्चवादनम् (पौने पाँच बजे)
- पादोनषड्वादनम् (पौने छः बजे)
- पादोनसप्तवादनम् (पौने सात बजे)
- पादोनअष्टवादनम् (पौने आठ बजे)
- पादोननववादनम् (पौने नौ बजे)
- पादोनदशवादनम् (पौने दस बजे)
- पादोनएकादशवादनम् (पौने ग्यारह बजे)
- पादोनद्वादशवादनम् (पौने बारह बजे)
Sanskrit Vyakaran Samay Gyanam PDF ( संस्कृत व्याकरण समय ज्ञानम )
- पूर्ण, सवा (सपाद), साढ़े (सार्ध) और पौने (पादोन) के अतिरिक्त भी जब कुछ मिनट अधिक या कम होते हैं तो उन्हें व्यक्त करने का भी एक ढंग है ।
- संस्कृत में मिनट को ‘पल’ ‘कला’ अथवा ‘निमेष’ कहते हैं ।
- संस्कृत में जब समय पूर्णाक, संपाद, सार्ध, पदोन के अतिरिक्त मिनट अर्थात् ‘पल’ में (जैसे- आठ बजकर दस मिनट) बताना होता है, तब पूर्णांक समय से पहले मिनट की संख्या, उसके बाद मिनट की संस्कृत, फिर ‘उत्तर’ शब्द लगाकर समय बताते हैं; यथा-‘आठ बजकर दस मिनट’ को संस्कृत में इस रूप में बताएँगे – दश-पल-उत्तर-अष्टवादनम् = दशपलोत्तराष्टवादनम्
मिनट में कुछ अन्य समय इस प्रकार बताये जा सकते हैं – ‘
- 2 : 05 (दो बजकर पाँच मिनट) पञ्चपलोत्तरद्विवादनम् ।
- 10 :25 (दस बजकर पच्चीस मिनट) पञ्चविंशतिपलोत्तरदशवादनम्
- 6 : 07 (छह बजकर सात मिनट) सप्तपलोत्तरषड्वादनम्
- 4:55 (चार बजकर पचपन मिनट) पञ्चपञ्चाशत्पलोत्तरचतुर्वादनम्
यदि बारह बजे (दोपहर) से पहले का समय हो तो ‘प्रातः या ‘पूर्वाह्न’ तथा दोपहर बारह बजे बाद का हो तो ‘सायं’ या ‘अपराह्न’ शब्दों का प्रयोग करते हैं । जैसे –
प्रातः 7 : 30 A.M. (प्रात: साढ़े सात बजे) पूर्वाह्ने/प्रात: सार्धसप्तवादने ।
सायं 3 : 45 PM. (सायं पौने चार बजे) अपराह्नसायं पादोनचतुर्वादने ।
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