Hindi Vyakaran Shabdarth PDF ( हिन्दी व्याकरण शब्दार्थ ) : दोस्तो आज इस पोस्ट मे हिन्दी व्याकरण (Hindi Grammar) के शब्दार्थ टॉपिक का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे । यह पोस्ट REET 2021, Patwari Bharti 2020, Gramsevak 2021, LDC, RPSC, RBSE REET, School Lecturer, Sr. Teacher, TGT PGT Teacher, 3rd Grade Teacher आदि परीक्षाओ के लिए महत्त्वपूर्ण है । अगर पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे ।
हिन्दी व्याकरण शब्दार्थ (Hindi Vyakaran Shabdarth PDF)
हिंदी के विद्यार्थियों को नये-नये शब्दों का ज्ञान होना चाहिए। शब्दों के अर्थ की बारीकी वाक्यों में उनका प्रयोग कर ही समझी जा सकती है। यहाँ कुछ शब्द और उनके अर्थ वाक्य-वाक्य के साथ दिये जाते है।
शब्द
अर्थ
वाक्य
अहित
बुराई
उसका अहित न हो।
अश्लील
गंदा
अश्लील बातें मत करो।
अंबर
आकाश
अंबर में तारे टिमटिमा रहे हैं।
अत्याचार
जुल्म
गरीबों पर अत्याचार मत करो।
अहंकार
घमंड
आदमी को अहंकार नहीं करना चाहिए।
आशंका
भय
मुझे इस बात की आशंका है।
आजीवन
जीवनभर
उसे आजीवन कारावास का दंड दिया गया।
आश्र्वासन
दिलासा, भरोसा
मंत्री ने जनता को आश्र्वासन दिया।
आलिंगन
गले लगाना
श्रीराम ने भरतजी का आलिंगन किया।
आक्रमण
हमला
पाकिस्तान ने भारत पर आक्रमण किया।
उल्लास
प्रसन्नता
उसके चेहरे पर उल्लास था।
उत्तरदायित्व
जवाबदेही
अब तुमपर उत्तरदायित्व आ गया।
उत्थान
उन्नति
देश का उत्थान सबका उत्थान है। उभय दोनों हमें उभय पक्षों की बात सुननी पड़ी।
उपवन
बगीचा
भरे उपवन में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं।
क्रांति
चमक
उसके मुख पर क्रांति है।
कर
हाथ, टैक्स
हरेक व्यक्ति को कर (टैक्स) देना पड़ता है।
कुबेर
धन के देवता
पुराणों में कुबेर की कथा है।
क्लेश
कष्ट
उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर क्लेश हुआ।
कुलीन
अच्छे कुल का
उसका जन्म कुलीन परिवार में हुआ है।
खरा
ठीक, विशुद्ध
यह बात पूरी तरह खरी उतरती है।
गगनभेदी
अकाश को भेदने या चीरनेवाला
भीम का गर्जन गगनभेदी था।
गति
चाल
उसकी गति धीमी है।
गौरव
बड़प्पन
यह हमारे लिए गौरव की बात है।
चिर
सदा
राम की कथा चिरकाल तक चलेगी।
जलज
कमल
तालाब में जलज खिले हैं।
तत्पर
सन्नद्ध
सेना युद्ध में तत्पर थी।
तिरस्कार
निरादर
उसने मेरा तिरस्कार किया।
दुर्भिक्ष
अकाल
यहाँ कई बार दुर्भिक्ष पड़ा है।
निर्भीक
निडर
हर आदमी को निर्भीक होना चाहिए।
हिन्दी व्याकरण शब्दार्थ
नास्तिक
ईश्र्वर या वेद को न माननेवाला
वेद के निंदक नास्तिक हैं।
पर्याप्त
काफी
इतना भोजन मेरे लिए पर्याप्त है।
परामर्श
राय
मुझे आपका परामर्श चाहिए।
परंपरा
पुराने समय से
यह बात परंपरा से चली आ रही है।
पुनरावृति
दोहराना
आप बात की पुनरावृत्ति कर रहे है।
प्रगति
विकास
भारत प्रगति की ओर है।
प्रतिकूल
उल्टा
यह काम मेरी इच्छा के प्रतिकूल है।
मितव्ययी
कम खर्च करनेवाला
मेरा मित्र मितव्ययी है।
बहुधा
प्रायः
बहुधा ऐसा हो जाता है।
रिक्त
खाली
मेरे दफ्तर में एक पद रिक्त हुआ है।
लोल
चंचल
नदी में लोल लहरें उठ रही है।
वरुण
जल के देवता
जहाँ-तहाँ वरुण की पूजा होती है।
वसन
कपड़ा
उसने दान में वसन दिये।
वसुधा
धरती
युद्ध में वसुधा रक्त से लाल हो उठी।
विज्ञापन
प्रचारमूलक सुचना
समाचारपत्रों में विज्ञापन छपे है।
शिविर
खेमा, पड़ाव
रामगुप्त शिविर में बंदी है।
शुल्क
फीस
आज शुल्क जमा हुआ है।
सरोवर
तालाब
सरोवर में कमल खिले हैं।
संतान
बाल-बच्चा
उसकी एकमात्र संतान जाती रही।
सतर्क
सावधान
देश को सतर्क रहना हैं।
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