Hindi Vyakaran Ekarthi Shabd PDF
Hindi Vyakaran Ekarthi Shabd PDF ( हिन्दी व्याकरण एकार्थी शब्द ) : दोस्तो आज इस पोस्ट मे हिन्दी व्याकरण (Hindi Grammar) के एकार्थी शब्द टॉपिक का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे । यह पोस्ट REET 2021, Patwari Bharti 2020, Gramsevak 2021, LDC, RPSC, RBSE REET, School Lecturer, Sr. Teacher, TGT PGT Teacher, 3rd Grade Teacher आदि परीक्षाओ के लिए महत्त्वपूर्ण है । अगर पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे ।
RBSE REET 2021 : Important Links | |
---|---|
RBSE REET 2021 Notification | Click Here |
RBSE REET 2021 Syllabus | Click Here |
RBSE REET 2021 Admit Card | Click Here |
RBSE REET Question Papers | Click Here |
RBSE REET Answer Key | Click Here |
RBSE REET Study Materials | Click Here |
REET 2021 Telegram Group | Click Here |
हिन्दी व्याकरण एकार्थी शब्द (Hindi Vyakaran Ekarthi Shabd PDF)
एकार्थक शब्द की परिभाषा: एकार्थक (सामान अर्थ) प्रतीत होने वाले शब्दों को एकार्थक शब्द कहते हैं |
अथवा
बहुत से शब्द ऐसे हैँ, जिनका अर्थ देखने और सुनने में एक–सा लगता है, परन्तु वे समानार्थी नहीं होते हैं। ध्यान से देखने पर पता चलता है कि उनमें कुछ अन्तर भी है। इनके प्रयोग में भूल न हो इसके लिए इनकी अर्थ–भिन्नता को जानना आवश्यक है।
यहाँ कुछ प्रमुख एकार्थक शब्द दिया जा रहा है।
( अ )
- अहंकार- मन का गर्व। झूठे अपनेपन का बोध।
- अनुग्रह- कृपा। किसी छोटे से प्रसत्र होकर उसका कुछ उपकार या भलाई करना।
- अनुकम्पा- बहुत कृपा। किसी के दुःख से दुखी होकर उसपर की गयी दया।
- अनुरोध- अनुरोध बराबरवालों से किया जाता है।
- अभिमान- प्रतिष्ठा में अपने को बड़ा और दूसरे को छोटा समझना।
- अस्त्र- वह हथियार, जो फेंककर चलाया जाता है। जैसे- तीर, बर्छी आदि।
- अपराध- सामाजिक कानून का उल्लंघन अपराध है। जैसे- हत्या।
- अवस्था- जीवन के कुछ बीते हुए काल या स्थिति को ‘अवस्था’ कहते है। जैसे- आपको अवस्था क्या होगी ? रोगी की अवस्था कैसी है ?
- आयु- सम्पूर्ण जीवन की अवधि को ‘आयु’ कहते है। जैसे -आप दीर्घायु हों। आपकी आयु लम्बी हो।
- अपयश- स्थायी रूप से दोषी होना।
( इ )
- इत्यादि- साधारणतः दो से अधिक उदाहरण के बाद ‘इत्यादि’ का प्रयोग होता है।
- इच्छा- किसी भी वस्तु की साधारण चाह।
- ईर्ष्या- दूसरों की उन्नति से जलना
( उ )
- उत्साह- काम करने की बढ़ती हुई रुचि।
- उद्योग- उद्यम, परिश्रम
- उपाय- समस्या, सुलझना
- उल्लास- किसी अभिलषित पदार्थ की प्राप्ति की आशा में जो आनंदानुभूति हो
- उपासना- अपने इष्टदेश से किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक निष्ठ साधना करना
- उपकरण- वह सामग्री जो किसी कार्य की सिद्धि के लिए जुटायी जाती है
- उपादान- किसी पदार्थ के निर्माण करने की साम्रगी
- उदाहरण- किसी बात को सिद्ध करने के दिया गया प्रमाण
( क, ख, ग )
- कलंक- कुसंगति के कारण चरित्र पर दोष लगाना।
- काफी- आवश्यकता से अधिक। जैसे- गर्मी में भी गंगा में काफी पानी रहता है।
- कष्ट- आभाव या असमर्थता के कारण मानसिक और शारीरिक कष्ट होता है।
- क्लेश- यह मानसिक अप्रिय भावों या अवस्थाओं का सूचक है।
- कृपा- दूसरे के कष्ट दूर करने की साधरण चेष्टा।
- क्रांति- जनसाधारण द्वारा शासन को उलटने के लिए किया गया संघर्ष
- खेद- किसी गलती पर दुःखी होना। जैसे- मुझे खेद है कि मैं समय पर न पहुँच सका।
- खटपट- दो पक्षों के बीच झगड़ा
- ग्रन्थ-इससे पुस्तक के आकर की गुरुता और विषय के गाम्भीर्य का बोध होता है।
- ग्लानि- किसी पाप या अपराध का अफ़सोस
( प, भ )
- पास- अधिकार के सामीप्य का बोध। जैसे- धनिकों के पास पर्याप्त धन है।
- प्रेम- व्यापक अर्थ में प्रयुक्त होता है। जैसे- ईश्र्वर से प्रेम, स्त्री से प्रेम आदि।
- पुस्तक- साधारणतः सभी प्रकार की छपी किताब को ‘पुस्तक’ कहते है।
- प्रणय- सख्यभावमिश्रित अनुराग। जैसे- राधा-माधव का प्रणय।
- प्रणाम- बड़ों को ‘प्रणाम’ किया जाता है।
- भिन्न- अलग होना
- भ्रम- जो नहीं है उसे मान बैठना (साँप को रस्सी या रस्सी को साँप
( स )
- शस्त्र- वह हथियार जो हाथ में थामकर चलाया जाता है। जैसे- तलवार।
- सभापति- किसी आयोजित बड़ी अस्थायी सभा के प्रधान को ‘सभापति’ कहते है।
- स्वागत- अपनी सभ्यता और प्रथा के वश किसी को सम्मान देना।
- शोक- किसी की मृत्यु पर दुःखी होना। जैसे- गाँधी की मृत्यु से सर्वत्र शोक छा गया।
- साहस- भय पर विजय प्राप्त करना।
( द )
- दीन- निर्धनता के कारण जो दयापात्र हो चुका है।
- दया- दूसरे के दुःख को दूर करने की स्वाभाविक इच्छा।
- दुःख- साधारण कष्ट या मानसिक पीड़ा।
- दक्ष-जो हाथ से किए जानेवाले काम अच्छी तरह और जल्दी करता है। जैसे- वह कपड़ा सीने में दक्ष है।
- देखना- सामान्य अर्थ में
- दर्शन करना- सम्मान अर्थ में
( न )
- निर्बला- कमजोर स्त्रियों के लिए
- न्याय- इन्साफ करना
- निपुण-जो अपने कार्य या विषय का पूरा-पूरा ज्ञान प्राप्त कर उसका अच्छा जानकार बन चुका है।
- निबन्ध- ऐसी गद्यरचना, जिसमें विषय गौण हो और लेखक का व्यक्तित्व और उसकी शैली प्रधान हो।
- निधन- महान् और लोकप्रिय व्यक्ति की मृत्यु को ‘निधन’ कहा जाता है।
- निकट- सामीप्य का बोध। जैसे- मेरे गाँव के निकट एक स्कूल है।
( ब )
- बालक- कोई भी लड़का।
- बड़ा- आकार का बोधक। जैसे- हमारा मकान बड़ा है।
- बहुत- परिमाण का बोधक। जैसे- आज उसने बहुत खाया।
- बुद्धि- कर्तव्य का निश्रय करती है।
- बहुमूल्य- बहुत कीमती वस्तु, पर जिसका मूल्य-निर्धारण किया जा सके।
( म )
- महाशय- सामान्य लोगों के लिए ‘महाशय’ का प्रयोग होता है।
- मन- मन में संकल्प-विकल्प होता है।
- महोदय- अपने से बड़ों को या अधिकारियों को ‘महोदय’ लिखा जाता है।
- महिला- भले घर की स्त्री।
- मित्र- वह पराया व्यक्ति, जिसके साथ आत्मीयता हो।
- मृत्यु- सामान्य शरीरान्त को ‘मृत्यु’ कहते है।
( व )
- विश्र्वास- सामने हुई बात पर भरोसा करना, बिलकुल ठीक मानना।
- विषाद- अतिशय दुःखी होने के कारण किंकर्तव्यविमूढ़ होना।
- विपरीत- उल्टा होना
- वेदना- शारीरिक कष्ट
- विज्ञ- किसी खास विषय का ज्ञानी
- व्याधि- शारीरिक कष्ट
- व्रीडा- स्वाभाविक लज्जा होना
- विद्रोह- शासन के विरुद्ध कार्य
- विच्छृंखलता- उद्दण्डता
( त्र )
- ऋषि- सत्य का साक्षात्कार, आविष्कार करनेवाला
- त्रुटि- कमी का भाव प्रकट होना
- त्रास- भयंकर डर
Hindi Grammar and Pedagogy PDF ( हिन्दी व्याकरण एवं शिक्षण विधियाँ )
क्र.सं. | विषय-सूची | Download PDF |
1 | वर्ण विचार व वर्ण विश्लेषण | Click Here |
2 | शब्द ज्ञान (तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी) | Click Here |
3 | शब्द युग्म | Click Here |
4 | उपसर्ग | Click Here |
5 | प्रत्यय | Click Here |
6 | पर्यायवाची शब्द | Click Here |
7 | विलोम शब्द | Click Here |
8 | एकार्थी शब्द | Click Here |
9 | संधि – विच्छेद | Click Here |
10 | समास | Click Here |
11 | संज्ञा | Click Here |
12 | सर्वनाम | Click Here |
13 | विशेषण – विशेष्य | Click Here |
14 | क्रिया | Click Here |
15 | लिंग भेद | Click Here |
16 | वचन | Click Here |
17 | काल | Click Here |
18 | कारक | Click Here |
19 | अव्यय | Click Here |
20 | वाक्यांश के लिए एक शब्द | Click Here |
21 | शब्द शुद्धि | Click Here |
22 | वाक्य रचना, वाक्य के अंग व प्रकार | Click Here |
23 | विराम चिन्ह | Click Here |
24 | पदबंध | Click Here |
25 | शब्दों के मानक रूप | Click Here |
26 | शब्दार्थ | Click Here |
27 | मुहावरें | Click Here |
28 | लोकोक्तियां | Click Here |
29 | राजस्थानी शब्दो के हिन्दी रूप | Click Here |
30 | राजस्थानी मुहावरों का अर्थ व प्रयोग | Click Here |
31 | हिन्दी शिक्षण विधियां | Click Here |
32 | Download Full PDF | Click Here |